सेंट्रल बैंक कोसीर के कर्मचारी ग्राहकों से करतें है अभद्रता और दुर्व्यवहार बैंकिंग कार्यप्रणाली से लोग परेशान



कोसीर,सारंगढ से गुलशन लहरे की रिपोर्ट

कोसीर - सेंट्रल बैंक आफ इंडिया कोसीर क्षेत्र का एकमात्र शासकीय बैंक है जहां प्रतिदिन 20 से अधिक गांवों के किसान,बुजुर्ग, महिला समूह, छात्र अपने तरह तरह के कामकाज बैंकिंग सुविधाओं को लेकर बैंक पहुंचतें है लेकिन यहां के कर्मचारी ग्राहकों के साथ आए दिन बद्तमिजी दुर्व्यवहार करते नजर आतें है जिससे लोग परेशान होकर बैंक से वापिस बिना काम कराये लौट जाते हैं और ग्राहक सेवा केंद्रों में जबरन शुल्क देकर काम कराने पर मजबूर हैं। और इस शाखा में यदि यहां के स्टाफ कर्मचारियों से अच्छी पहचान है तो लाईन में कई घंटों से लगे लोगों से पहले उनका काम कर दिया जाता है और लाईन में लगे लोग यदि कर्मचारियों से यह कह दें- कि साहब हम लोगों का काम को भी ध्यान दिजीए तब ये साहब गुस्सा दिखाने लगतें है और उच्च शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ग्राहकों से बदसलूकी पर उतर आतें है। बता दें कि आज सामान्य मछुआ सहकारी समिती कोसीर के अध्यक्ष सम्मेलाल निषाद और संचालक शंकर पटेल तालाबों की लीज राशि ग्राम पंचायत के खाते में जमा करने के लिए 60542/- रूपये कैश जमापर्ची के साथ लाईन में लगभग 2 घंटो से खडे़ होकर अपनी बारी का इंतेजार कर रहे थे परंतु साहब लाईन में लगे लोगों का काम न करके साईड वालों का काम में व्यस्त थे। तब जमाकर्ता समिती के संचालक शंकर पटेल ने कैशियर की सीट पर बैठे साहब से कहा कि सर ईधर लाईन वालों का काम को भी थोडा़ ध्यान दिजीए!  बस ऐसा सुनते ही साहब गुस्सा हो गये और चिल्लाकर कहने लगे - तुम मुझे सिस्टम मत समझाओ कहकर गलत शब्दों का इस्तेमाल करने लगे। आए दिन कोसीर सेंट्रल बैंक में ग्राहकों के साथ इस तरह कर्मचारियों की बदसलूकी गैरजिम्मेदाराना रवैया से लोग परेशान है जो सेंट्रल बैंक कोसीर शाखा के कर्मचारियों की मनमानी और कार्यप्रणाली पर सवाल खडे़ करता है जिसे बैंक मैनेजर व उच्च अधिकारियों को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही और सुधार की आवश्यकता है ताकि बैंक की छवि खराब ना हो और ग्राहकों का संबंध व विश्वास बैंक पर बना रहे।