आर्थिक सुधार आदिवासीओं ने सीखें कपडा़ बुनकर (हाथ करघा )




 देवभोग - देवभोग सेन्दमुडा हीरा खद्दान के नाम से विश्व प्रसिध्द नाम देवभोग इसके आंतरिक ग्राम पँचायत डुमरबाहाल में एक आदिवासी बाहुल्य पारा मानकीगुडा़ में कुछ आदिवासी भाई हैं फगनु राम माँझी ,प्रेम लाल नेताम,जुगराज माँझी ने एक जागरूक दिखायें 

        केवल अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्ति ही कपडा़ बनना तैयार करना उनके काम हैं ,ऐसा कही भी नही लिखा गया हैं ,आर्थिक सुधार ,अपना आमदनी बढा़ने के लिए हर प्रकार के रोजगार का अवसर सरकार दे रही हैं ,मानकीगुडा़ के आदिवासीओं ने सरकार से मांग रखे गयें थे ,और सरकार के माध्यम से लाख रूपयें के सामग्री दे कर रोजगार से मुहैया करवा रही हैं।

          यह काम प्रबंधक चैवन पात्र व मास्टर ट्रेनर चरण कश्यप ने मिलकर इन्होंने कपडा़ बनाने का काम सिखाया जा रहा हैं ,मुख्यालय मुंगझर से धागा का लेन देन चलती हैं ,यदि इस काम को हर वर्ग के लोग सिखें तो पैसा कमाने का एक माध्यम हैं ,गरीबी आर्थिक तंगी न होगी । यह रोजगार के जैसा प्रतिदिन रूपयें 

                 खाते में बढे़गी और परिवार उन्नती होगी ,खुशहाल जीवन व्यतीत होगा ।

       💥भारत न्यूज 15💥