जातिगत अत्याचार के खिलाफ नंगा (निर्वस्त्र ) होकर राजधानी रायपुर में अम्बेडकर चौक में प्रदर्शन आज--सुजीत बर्मन

 जातिगत अत्याचार के खिलाफ  नंगा (निर्वस्त्र ) होकर राजधानी रायपुर में  अम्बेडकर चौक में प्रदर्शन आज--सुजीत बर्मन

छत्तीसगढ़/रायपुर-जिस तरीके से आरक्षित वर्ग के जनप्रतिनिधि और पढ़े लिखे अधिकारी कर्मचारी अपने वर्ग के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार और प्रशासनिक दमन के खिलाफ मुंह खोलने के बजाए चुप्पी साध कर पेटखोर रहते हुए आरक्षण का लाभ उठाते रहना चाहते हैं।


लेकिन अब हमें अत्याचार की घटनाओं को सुनते हुए देखते हुए जीवन यापन करना सहन नहीं हो रहा है, हम नहीं चाहते हैं कि हमारे बच्चे भी अपने जीवनकाल में जातिगत प्रताड़ना एवं अत्याचार वाला दिन देखकर धरना प्रदर्शन रैली आंदोलन करता रहे।


गरिमामय जीवन और समान नागरिक अधिकार के साथ जीने के लिए धरना प्रदर्शन रैली आंदोलन करना अगर हमारे जाति वर्ग के हिस्से में परंपरा बन गया है तो हम इस परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। हमारी जाति ऐसी है कि पुलिस हमारी सुनती नहीं है, प्रशासन हम पर यकीन करती नहीं है।


हमारे राजनीतिक वोट को बिकाऊ समझा जाता है हमारे समाज के सामाजिक ठेकेदारों को रूपए और पद की लालच देकर

वोट प्रभावित किया जाता है पदलोलुपता के वजह से सामाजिक ठेकेदारों की आवाज सत्ता के सामने दबी रहती है और इसलिए सरकार हमारे अस्तित्व को स्वीकार करती नहीं है।


हमारी गिनती जनगणना के समय हिंदू धर्म में गिना जाता है लेकिन जब तक हिंदू के सामने मुस्लिम न हो तब तक हिंदू धर्म हमें अपना मानती नहीं है।


हमारे वर्ग के ऊपर अत्याचार करने वाले एवं हमारे आरक्षण के खिलाफ खड़ा होते हमने सदैव हिंदू धर्मी को ही देखा है। जब हमारे लोगों पर कोई हिंदू धर्मी अत्याचार करता है तब कोई दूसरा हिंदू धर्मी को हमारे पक्ष में खड़ा होते कभी नहीं देखा है।


हम भारत का संविधान पर विश्वास करते हुए पुलिस से निवेदन किए, प्रशासन को आवेदन दिए, सरकार से गुहार लगाए और न्यायपालिका से न्याय मिलने की उम्मीद लगाए रहे अफसोस हर जगह से हमें निराशा हाथ लगी।


अब हमें एहसास होने लगा है कि हमें इस भारत देश में दोयम दर्जे के नागरिक समझा जाने लगा है।


जहां हमारे सारे संवैधानिक अधिकार को धीरे-धीरे निलंबित किए जाने लगा है और मनुस्मृति के अनुसार हम पर शासन करने

का योजना बनाए जाने लगा है। मजबूरन अब हमें खुद को भारतीय नागरिक साबित करने के लिए नंगा (निर्वस्त्र) होकर प्रदर्शन करने की आवश्यकता हो गई है। आइए शोषित समाज के युवा स्वाभिमानी साथियों हमें बढ़ चढ़कर साथ और सहयोग करें।


बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर प्रतिमा स्थल रायपुर में नंगरा (नग्न) होकर प्रदर्शन करने 

मनीष गायकवाड़ ,विनय कौशल,एवन डहरिया

हमारा कदम अपने शोषित समाज के स्वाभिमान के लिए है। स्वाभिमान एवं अस्तित्व के खातिर हम अपनी जान की परवाह नहीं करते हैं।


 संजीत बर्मन ,पंकज भास्कर, आशीष टंडन, बिरेंद्र घृतलहरे, सुरेंदर लहरे ,सतनाम दीप, भारद्वाज ,राजकुमार सोनवानी, गणेशराम बघेल ,साहिल बघेल, तामेश्वर बघेल ,सागर बघेल,शैलेंद्र केशकर,गगन राय

प्रदर्शन करने वाले साथियों की संख्या बढ़ सकती है।

प्रदर्शन की तिथी 18/07/2022

दिन सोमवार

स्थान बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर प्रतिमा स्थल (कलेक्टर आफिस के सामने)

रायपुर छत्तीसगढ़।