*विकासखंड मैनपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले आज हड़ताल का चौथा दिवस छत्तीसगढ़ महतारी पूजा आरती से आरंभ हुआ*

मैनपुर:::/


    हड़ताल के चौथे दिन उपस्थित कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति धरोहर लोकतीर्थ प्राकृतिक सांस्कृतिक आस्था स्थलों की सुरक्षा संरक्षण और विकास में अपना योगदान देने के लिए संकल्प लिया , श्री मुकेश कुमार साहू ब्लॉक संयोजक मैनपुर श्री गोविंद पटेल एवं श्री पुरंदर वर्मा ने बताया कि आज हम हमारे प्रिय कर्मियों की कर्मचारी साथियों के साथ आदि माई धरती को समर्पित छत्तीसगढ़ की पावन पवित्र लोक सिद्धि पर्व हरेली का आयोजन कर रहे हैं । जहां हम इस पर्व की महत्ता , अनिवार्य आवश्यकता और हमारी इस संवैधानिक अधिकारों की मांग की सत्याग्रह साधना की सिद्धि तथा छत्तीसगढ़ की समृद्धि के लिए छत्तीसगढ़ महतारी से कामना करेंगे ।हरेली पावन पर्व की शुरुआत कब हुई जब पार्वती उमा बड़े महादेव जी को पति रूप में पाने के लिए दक्षिण कौशल की इस दक्षिण नौगढ़ में कठोर तप साधना कर अर्पणा निर्जला कहलाई ।यह स्थान आज पुराने रायपुर जिले में प्रकृति परमेश्वरी धरती को भी आदिमाई भुइयां भवानी , बुढादेव रुप में मानने वाले महान प्राचीन आस्थावान आदिवासी सभ्यता में लोकश्रुति ,किवदंती ,हरेली जैसे पर्व संस्कारों और प्राकृतिक उपासना स्थलों लोकतीर्थों में वर्णित प्रमाणित है कि "उमा " शिव साधना की सिद्धि के लिए इस स्थान पर आई थी और यहीं से हरेली पर्व की शुरुआत हुआ ।

इस अवसर पर हड़ताल स्थल पर गोविंद पटेल, दिनेश शाण्डिल्य ,पारेश्वर पटेल,पुरंदर वर्मा,गुलशन यदु, महेश वर्मा, नरेन्द्र पटेल,डोमार पटेल,दयाराम नागेश,परदेशी ध्रुव, भागवत साहू, लोभान देवदास, नीरज साहू,विनय देवांगन,सीमा ठाकुर,संतोषी कश्यप,आसिफ मेमन,जावेद मेमन,एजाज मेमन, रसीद खान,द्रोणकुमार साहू,कलाराम तिरधारी,रूपेश यादव,नरसिंह वर्मा ,हिरामन साहू, खेमराज साहू, महावीर साहू, एस आर नेताम, सीमा दास, रोली शर्मा, लतेश्वरी कर्ष, राधा रोशन साहू,विनय साहू,, सोनजीत यादव,रामजी तिवारी,,रामप्रसाद साहू,लीलावती सेन ,आईएल पटेल , श्यामा नागेश ,  अमृत ध्रुव ,दानेशर चंद्राकर, टकेश्वर  देवांगन,उपस्थित थे ।

उन्होंने कहा कि हम सब वन प्रकृति धरती की संतान किसानों के परिवार से हैं , हमारे सरकार के आदरणीय मुखिया भी संवेदनशील माने जाते कहलाते हैं इसलिए छत्तीसगढ़ के लाखों कर्मचारी अधिकारियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें 34% महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता देकर उन्हें उनके संविधानिक अधिकार और जायज मांग को पूरा किया जावे ।