ग्राम पंचायत चरौदा मनरेगा में हुई जमकर भरस्टाचार
मनरेगा में बिना काम किये 1.55 लाख रुपये का भुगतान
ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव,इंजीनियर, उक्त मेट के विरुद्ध कार्यवाही कराने जनपद पंचायत फिंगेश्वर में दिए आवेदन
अपने चहेतों में हाजरी डाल कर निकाले पैसे
गरियाबंद/फिंगेश्वर--विकासखंड फिगेश्वर की ग्राम पंचायत चरौदा में माह मई जून वर्ष 2022 में मनरेगा कार्यों के नाम पर सरपंच, सचिव, इंजीनियर, मेट पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जनपद सीईओ के नाम पर अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डीके साहू को 15 जुलाई को ज्ञापन सौंपा ।जिसमे शिकायत में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
मामला गरियाबंद जिला अंतर्गत फिंगेश्वर विकासखंड ग्राम पंचायत चरौदा का है। जहाँ ग्रामीणों ने मनरेगा में बिना काम कराये 1.55,340 लाख रुपये का भुगतान करने की शिकायत जनपद पंचायत फिंगेश्वर में कि हैं।
ग्रामीणों ने आरोप लगया है। कि मनरेगा के तहत नहर मरम्मत कार्य उतारू पुल से चरभट्टी पुल तक दिनांक 18/05/2022 से23/05/2022 व 02/06/2022 से07/06/2022व 08/06/2022 से 13/06/2022 तक तीन सप्ताह के मस्टररोल में गड़बड़ी की गई है। जिसमे 940 मानव दिवस राशि 1लाख 55 हजार 340 रूपये है। जिसको बिना काम कराये चरौदा सरपंच नूतन मनोज पटेल ,ग्राम सचिव भैया राम साहू,पीडब्ल्यूडी इंजीनियर माधव पटेल, मेट उत्तम ध्रुवंसी ने अपने चहेतों के खाते में नियम विरुद्ध ट्रांजेक्शन कराया गया ।
मनरेगा इंजीनियर प्रभार चरौदा पंचायत पंकज पुष्कर ने कहा कि मनरेगा के तहत नहर मरम्मत का आदेश क्रमांक 25 / 71 स्वीकृत 31/ 12 /2021 एवं स्वीकृत राशि 5.36 लाख है जिसका कुल भुगतान राशि 4.64लाख है। जिसमें 3 लाख की राशि का भुगतान पूर्व में मनरेगा विभाग की निगरानी में कार्य कराया गया था व शेष राशि 1.64लाख के कार्य वक्त मनरेगा कर्मी हड़ताल पर थे। तो किसी दूसरे विभागों को प्रभार दिया गया था। में कार्य हुए हैं ग्रामीणो ने कहा कि मजदूरों के विकास के लिए चलाई गई। योजनाओं में मनमानी की गई है। कार्यालय में बैठे बैठे अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से बिना काम कराए हेराफेरी कर लगभग ₹155,340 लाख रुपये का भुगतान कराया गया। वही शिकायत कर्ताओं ने कहा कि मनरेगा कर्मचारियों के हड़ताल के चलते किसी पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग इंजीनियर को मूल्यांकन अधिकारी के तौर पर प्रभार दिया गया था ।वही ग्राम पंचायत चरौदा में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर माधव देवांगन का प्रभार दिया गया था पर सोचने वाली बात यह है कि इंजीनियर द्वारा कार्यस्थल पर ना पहुंचकर ऑफिस में बैठे-बैठे मूल्यांकन किए हैं आखिर इतने बड़े जिम्मेदार पदों पर बैठे इंजीनियर माधव देवांगन ऑफिस में बैठे बैठे कैसे मूल्यांकन कैसे कर सकते हैं ।
उक्त मनरेगा कार्य मे जमकर अनिमितता बरती गई है।
शिकायतकर्ताओ में किर्तीमान यादव, उमित सिन्हा, बलदाउ साहू, राकेश निर्मलकर, भूपेन्द्रसाहू, संजू सिन्हा, आनद राम सिन्हा, कामेश्वर दीवान, उत्तम सिन्हा, शिव कुमार ,गोलू सिन्हा, लीला राम, रामप्रसाद ,लिकेश ,तरुन, मोरजध्वज, गंगाराम, रेवा निर्मलकर, भगत निषाद,योगेस्वर साहू,गौकरण ध्रुव,अभय राम सिन्हा, राधेश्याम साहू,हेवन्त यादव इत्यादि के अलावा गांव के सैकड़ों मजदूरों ने हस्ताक्षर कर शिकायत कर जांच की मांग की है।