अपने 11 सुत्रीय मांगो के लिए छत्तीसगढ़ के सरपंच करेगे आंदोलन

 अपने 11 सुत्रीय मांगो के लिए छत्तीसगढ़ के सरपंच करेगे आंदोलन



छत्तीसगढ़/बिलासपुर--छत्तीसगढ़ में अलग-अलग संगठन अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं. इसी बीच अब प्रदेश सरपंच संघ ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. प्रदेशभर के सरपंचों ने राजधानी में राज्य सरकार के खिलाफ धरना देकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. उन्होंने अपनी कुल 11 सूत्रीय मांगों पर जोर दिया है और इन मांगों को सरपंच हित में जायज भी ठहराया है.


प्रदेश सरपंच संघ ने राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए सरपंचों को हो रही समस्याओं को बताया है. सरपंच संघ का आक्रोश इतना उबल रहा है कि समय रहते मांग पूरी नहीं की गई तो प्रदेशभर के सरपंच लामबंद होकर रायपुर राजधानी में उग्र आंदोलन को अंजाम देंगे.



सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने बताया कि आज के परिवेश में सरपंचों के लिए गांव मे कई तरह की नई समस्याएं पैदा होने लगी है, जिसमें सरपंच संघ की राहे पंचायत के भीतर स्वतंत्र नहीं है. ग्राम पंचायतों में आर्थिक निर्माण एजेंसी, सरपंचों की हत्या, मानदेय की कमी, पेंशन अधिनियम लागू ना होना, मूलभूत की बजट में वृध्दि कर 10 लाख तक की स्वतंत्रता, मद का परिवर्तन न करना, नरेगा का हर 3 महीने में नियमित भुगतान जैसी समस्याओं और 11 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्य सरकार को ज्ञापन सौंपा गया है. उन्होंने कहा यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर ज्ञापन की मांगों पर घोषणा नहीं होगी तो सभी सरपंच एकजुट होकर आंदोलन करेंगे.


छत्तीसगढ़ सरपंच संघ की ये है 11 सूत्रीय मांगें –