फिंगेश्वर के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राये। लोकनिर्माण विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये व मनमानी के चलते निर्माणाधीन भवन सुपर्द नही किये जाने से खामियाजा भुगतने प्रशिक्षनार्थी मजबूर है।

 फिंगेश्वर के औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राये।


लोकनिर्माण विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये व मनमानी के  चलते निर्माणाधीन भवन सुपर्द नही किये जाने से खामियाजा भुगतने प्रशिक्षनार्थी मजबूर है।


 गरियाबंद/फिंगेश्वर--ब्लाक मुख्यालय में  संचालित साशकीय औद्दोगिक  प्रशिक्षण संस्था में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र छात्राओं में काफी आक्रोश व्याप्त है।नगर के जर्जर मंगल भवन के एक में एक लाम्बे अरसे से संचालित कक्षा में जान जोखिम में डाल कर पढ़ाई कर रहे छात्र छात्राओं ने शासन प्रशासन की ध्यान आकृष्ट कर व्यव्यस्था दुरुस्त नही होने पर धरना प्रदर्सन उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दिए है।

           पुराने जर्जर भवन(मंगल भवन)में पढ़ाई संचालित


 फिंगेस्वर ब्लाक मुख्यालय में साल 2015 से औद्दोगिक प्रशिक्षण संस्था की प्रसासनिक स्वीकृति मिलने पर   प्रशिक्षण केंद्र का अपना स्वयम का भवन नही होने से नगर के वर्षों पुराना  जर्जर मंगल भवन में कक्षाये संचालित है। ब्लाक मुख्याल में औद्दोगिक प्रशिक्षण केंद्र के खुलने से नगर मुख्यालय सहित आस पास के दर्जनों ग्रामो से एक बड़े तादात में छात्र छात्राओं के प्रवेश लेने व दर्ज संख्या बढ़ने से नए भवन की  निर्माण करने लोक निर्माण विभाग को प्रसासनिक स्वीकृति मिलने उपरान्त लोक निर्माण विभाग के द्वारा लाखो की लागत से ठेकेदार के मार्फ़त भवन बनाने कार्य टेंडर जारी कर किया गया।वर्तमान में लगभग  तीन चार साल निर्माणाधीन भवन आज तक अधूरा होने के चलते औद्दोगिक प्रशिक्षण संस्था को सुपुर्द नही किया गया।जिसके चलते छात्र छात्राओं में काफी आक्रोश व्याप्त है ।वही भवन सुपुर्द किये जाने से पहले ही कई जगह दरारे आने लगी है।व देर शाम होते ही वहां असमाजिक तत्वों का जमघट लगने लगता है।भवन के चारो ओर शराब की बोतल ,पानी पाउच व डिस्पोजल गिलास बिखरे पड़े है।इतना ही नही भवन सुपुर्द नही किये जाने से मुख्य द्वार के अंदर शरारती लोगो के द्वारा शराब की बोतल तोड़कर कांच बिखरे पड़े हुवे दिखे।।इतना सब होने के बावजूद भी विभाग के जिम्मेदार  ए के सिंग अनुविभागीय अधिकारी से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि भवन कंप्लीट बनकर तैयार है ।बस उसमे ट्यूब लाइट व पंखे नही लगी है जब भवन प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य द्वारा  सुपुर्द में ली  जाएगी तो विभाग के द्वारा ट्यूब लाइट व पंखे लगा दिया जावेगा।  ओर जब तक वो सुपुर्द नही लेंगे हम ट्यूब लाइट व पंखे लगाकर नही दे सकते।

                     नए निर्माणधीन भवन


प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य रमेश पैकरा ने उक्त आशय की जानकारी लेने पर कहा कि निर्माणधीन भवन तीन चार साल से बन रही है परंतु आज तक इस कार्यालय को भवन की एस्टीमेट से अवगत नही कराया गया है।कि कितने लाख की लागत से बन रही है।और भवन किसके द्वारा ओर कब तक बनाने की प्रकिर्या है।आज तक भवन में लाइट व पंखे नही लग पाई है।बिना पंखे व लाइट का अद्द्यापन नही हो पाएगी इसलिए आज तक मुझे भवन सुपुर्द नही किया गया।

मामले में अविनाश भुवाई अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजिम को अवगत कराएं जाने पर उन्होंने साफ तौर पर कहा कि विभाग द्वारा पत्र जारी कर निर्माणाधीन भवन में ट्यूब लाइट व पंखे लगाकर सुपुर्द किये जाने निर्देशित किया गया है।वर्तमान में कृषि विद्धालय की कक्षा भी वहां लगनी है।इसलिए सम्बंधित विभाग व ठेकेदार को निर्देशित किया गया है।

 इतना सब होने के बावजूद विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैये  व ठेकेदार के विभाग से मिली भगत के चलते  आज तक नवनिर्मित निर्माणधीन भवन प्रशिक्षण संस्था को सुपुर्द नही किया गया है।जिसके चलते अब उनका स्वयम का भवन बनने के बाद भी सैकड़ो के तादात में छात्र छात्राये जान जोखिम में डालकर अव्यवस्थाओ के बीच पड़ने मजबूर है।


प्रशिक्षण संस्थान के आक्रोशित छात्र छात्राओं ने नवनिर्मित भवन विभाग के द्वारा सुपुर्द नही किये जाने पर धरना प्रदर्सन व उग्र आंदोलन की चेतावनी दिए है