सड़क दुर्घटना एवं चोरी मामलों में बनी एसओपी , पालन करने निर्देश जारी


अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

सरगुजा -  पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे आज पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री राम गोपाल गर्ग (भापुसे) के सतत मार्गदर्शन मे पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्रीमती भावना गुप्ता (भापुसे) के निर्देशन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला एवं नगर पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला (भापुसे.) के नेतृत्व मे सड़क दुर्घटना एवं चोरी के मामलो मे एक आदर्श मानक प्रक्रिया तैयार कर सम्बंधित प्रकरणों मे विधिसाम्मत कार्यवाही करने हेतु दिशा निर्देश जारी किये गये। आदर्श मानक प्रक्रिया का रुपरेखा तैयार कर जिले के समस्त थाना / चौकी/ यातायात शाखा को दिशा निर्देश जारी किये गये हैं।  इस एसओपी. का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओ एवं चोरी के मामलो मे कमी लाना एवं घटना के उपरांत की जाने वाली कार्यवाही की रूपरेखा के बारे में बताना हैं। सरगुजा पुलिस द्वारा जारी आदर्श मानक प्रक्रिया सभी थाना /चौकी/यातायात शाखा मे तत्काल मे प्रभावशील होंगी सरगुजा पुलिस आमनागरिकों की सेवा एवं सुरक्षा मे सदैव प्रतिबद्ध हैं।

सड़क दुर्घटना के मामलो मे आदर्श मानक प्रक्रिया -

जैसे ही किसी सड़क दुर्घटना की सूचना थाना /चौकी स्तर पर सम्बंधित विवेचक को प्राप्त होती है , विवेचक तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर सूचनाकर्ता से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर चिकित्सा विभाग से समन्वय स्थापित कर घायल को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराना। घटनास्थल की फोटोग्राफी , विडियोग्राफी करना। यातायात के नियमों जैसे तीन सवारी , बिना हेलमेंट चाहन चलाना सीट बेल्ट ना पहनकर वाहन चलाना , शराब के नशे में वाहन चलाना , गलत दिशा में वाहन चलाना , सिग्नल जम्प करना , तेज रफ़्तार से वाहन चलाना इत्यादि के उल्लंघन की पहचान करना। शराब के नशे में होने पर आरोपी का लाईसेंस सस्पेंशन के लिये भी आवेदन प्रस्तुत करना। दुर्घटना ग्रस्त वाहन को तत्काल घटनास्थल से हटाना है , ताकि यातायात बाधित ना हो व भीड़ इकठ्ठा ना हो। वाहन दुर्घटना के हॉट स्पाट की पहचान कर विश्लेषण करना है। ऐसे व्यक्ति जो सड़क दुर्घटना के समय सहयोग करता है उन्हें प्रोत्साहित करना है।प्रत्येक महीने मे हुई सड़क दुर्घटनाओ के संबंध में ब्लेक स्पॉट का चिन्हांकन करना है।

चोरी के मामलो मे आदर्श मानक प्रक्रिया - 

रिपोर्ट दर्ज होने के उपरांत मामले की डायरी बीट प्रभारी जिसके क्षेत्र में चोरी हुई है उसे विवेचना हेतु दिया जाये। विवेचना अधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुँचे साथ ही सूचनाकर्ता और एफएसएल. की टीम भी यदि आवश्यक हो तो साथ ले जाना सुनिश्चित करें। घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरा की उपलब्धता के विषय में देखना है , यदि उपलब्ध है तो उसे प्राप्त करना।संपत्ति संबंधी पूर्व अपराधियों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना।