रायपुर निगम के लिये महापौर ढेबर ने किया 1608 करोड़ का बजट प्रस्तुत


अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायपुर - महापौर एजाज ढेबर ने आज निगम मुख्यालय गांधी भवन में गीता के श्लोक के साथ 1608 करोड़ रूपये से भी अधिक के निगम का चौथा बजट पेश किया। अपने बजटीय भाषण में एजाज ढेबर ने कहा कि रायपुर की विकास यात्रा का गौरवशाली इतिहास रहा है। रायपुर के शहरी सरकार का इतिहास लगभग 156 वर्ष के अतीत को अपने में समेटे हुये हैं। इस पुराने व अग्रगामी शहर के विकास की जिम्मेदारी जनता ने हमें सौंपी है , जिसे आगे बढ़ाना हमारा परम कर्त्तव्य है और हम इसे द्रुत गति से आगे बढ़ा रहे हैं। इस बार का कुल बजट 1608 करोड़ 74 लाख 43 हजार रुपये है। बजट का पिटारा खोलते ही महापौर एजाज ढेबर ने राजधानीवासियों को अनेकों सौगातें दी हैं। रायपुर निगम बजट प्रस्तुत करने से पहले महापौर एजाज ढेबर आकाशवाणी कालीबाड़ी स्थित माँ काली मंदिर पहुंचकर उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद महापौर एजाज ढेबर गोबर से पेंट किये हुये ब्रीफकेस के साथ निगम भवन पहुंचे , इस ब्रीफकेस में एक तरफ छत्तीसगढ़ महतारी तो दूसरी तरफ कामधेनु का चित्र अंकित था। यह चित्र शहरी गौठान में निर्मित गोबर पेंट से बनाया गया है। महापौर ढेबर के निगम कार्यालय पहुंचने के बाद नगर निगम की सामान्य सभा शुरू हुई। सामान्‍य सभा की शुरुआत राष्ट्रगीत और राज्य गीत से हुआ और इसके बाद मेयर ने बजट पेश किया। महापौर एजाज ढेबर द्वारा रायपुर निगम के वित्तीय वर्ष 2023-24 का पेश किया गया बजट 1608 करोड़ 74 लाख 43 हजार का है। जिसमें लोक कार्य विभाग के लिये 128 करोड़ 66 लाख का प्रावधान है , इनमें प्रमुख रूप से बड़े नालों का निर्माण के लिये 15 करोड़ , सीमेंट मार्ग निर्माण के लिये 09 करोड़ , सड़क डामरीकरण के लिये 10 करोड़ 50 लाख , चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिये 07 करोड़ 50 लाख , ट्रैफिक सुधार जागरूकता के लिये 02 करोड़ , फूटपाथ एवं पेवर निर्माण के लिये 04 करोड़ 75 लाख रूपये का प्रावधान है। महापौर ढेबर ने बजट प्रस्तुति में जी-20 समिट के लिये 20 करोड़ का प्रावधान किया। रायपुर शहर में ड्रेनेज सिस्टम के लिये 18 करोड़ . फूल चौक से आज़ाद चौक के चौड़ीकरण के लिये फ्लाइओवर का निर्माण स्थानीय लोगों की सहमति से किया जायेगा। चौड़ीकरण के लिये शासन ने बजट में 10 करोड़ प्रावधान रखा है ,  यदि 20 करोड़ लगेंगे तो वो भी निगम लगायेगा। डॉग शेल्टर के निर्माण के लिये पहले चरण में 48 लाख 59 हजार का प्रावधान। शहर के प्रत्येक वार्ड में सीसीटीवी कैमरे आधुनिक शौचालय निर्माण के किये 05 करोड़ का प्रावधान। राजधानी में 1000 सीट शहरी महिला आजीविका केंद्र शुरू किया जायेगा। अगले दो साल में खेल मैदान , तालाबों - उद्यानों को नया कलेवर दिया जायेगा। नगर पालिक निगम में कार्यरत महिला कर्मियों के लिये विशेष सुरक्षा अंर्तगत महिला समिति का गठन किया जायेगा। रायपुर के सभी 70 वार्डों में बुजुर्गों के लिये चौपाल का निर्माण कराया जायेगा। दस साल तक के बच्चों के लिये शिक्षा खेलकूद मनोरंजन के लिये ‘अप्पू घर’ का निर्माण कराया जायेगा। शहर के सभी नालियो को कवर्ड करने का कार्य संपादन किया जायेगा। वृद्धजनों के लिये एनजीओ के माध्यम से आसरा गृह का निर्माण किया जायेगा। महादेव घाट पुल के सौंदर्यीकरण वर्टिकल गांर्डन के लिये एक करोड़ का प्रावधान। खाद्य लोक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के लिये 93 करोड़ 41 लाख 76 हजार का प्रावधान है , इनमें प्रमुख व्यय मच्छर उन्मूलन , आवारा कुत्तों के बंध्याकरण , सफाई मित्र योजना शामिल है। डेड बॉडी रखने के लिये फ्रीजर 10 लाख रुपये का प्रावधान। जोन कार्यालयों के माध्यमों के कुल 166 करोड़ 66 लाख 07 हजार व्यय प्रस्तुत किया गया। सफाई ठेका 51 करोड़ 36 लाख 85 हजार रुपये , गलियों का कांक्रिटीकारण 14 करोड़ 22 लाख रुपये , मार्ग संधारण 07 करोड़ 96 लाख 9 हजार रुपये ,  सामुदायिक भवन 09 करोड़ 40 लाख 26 हजार रुपये , समस्त भवनों का वार्षिक साधारण 02 करोड़ 30 लाख 80 हजार रुपये ,  पार्षद निधि 04 करोड़ 34 लाख रुपये , सार्वजनिक कुओं और तालाबों 02 करोड़ 22 लाख 09 हजार रुपये है।
                               गौरतलब है सामान्य सभा में विपक्ष ने काफी हंगामा किया। नगर निगम महापौर के बजट भाषण से पहले विपक्ष ने आसंदी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री आवास योजना के मुद्दे और फर्जी टेंडर जारी करने के मामले में भी हंगामा हुआ। इस हंगामे की वजह से सभापति ने सामान्य सभा दस मिनट के लिये स्थगित कर दी गई। बजट से पहले प्रश्नकाल हुआ , नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक में पार्षद मृत्युंजय दुबे ने फर्जी तरीके से टेंडर जारी करने का मामला उठाया। मृत्युंजय दुबे ने रावतपुरा फेस - 2 में दो करोड़ के फर्जी भुगतान का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक ही ठेकेदार को बार बार टेंडर देकर लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। मृत्युंजय दुबे ने कहा कि ठेकेदार को अब तक छह करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है। फर्जी टेंडर मामले में पार्षद मृत्युंजय दुबे ने महापौर और नगर निगम एमआईसी पर नामजद एफआईआर करने की चेतावनी दी है। वहीँ इस दौरान मोर आवास, ईडी, अडानी, सीबीआई के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष के बीच गहमा वहमी होती रही। बीजेपी के हंगामें के बाद सभापति सदन से बाहर निकलें वहीँ दूसरे तरफ विपक्ष नारेबाजी करते रहे। इस दौरान मोर आवास , ईडी , अडानी , सीबीआई के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष के बीच गहमा वहमी होती रही। बीजेपी के हंगामें के बाद सभापति सदन से बाहर निकलें वहीँ दूसरे तरफ विपक्ष नारेबाजी करते रहे।