पीएम ने राष्ट्र को किया बेंगलुरू - मैसूर एक्सप्रेसवे समर्पित


अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

बेंगलुरू - बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। युवा वर्ग देश की तरक्की देखकर गर्व महसूस कर रहा है। ये सभी प्रोजेक्ट विकास और समृद्धि के नये रास्ते खोलेंगे। बेंगलुरु और मैसूर , कर्नाटक के दो अहम शहर हैं। इसमें एक तकनीक के लिये जाना जाता है और दूसरा परंपरा के लिये जाना जाता है। ऐसे में इन दोनों शहरों का तकनीक के माध्यम से जुड़ना अहम है।  कांग्रेस पार्टी जहां मोदी की कब्र खोदने में व्यस्त है और मोदी , बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे बनाने में व्यस्त है। कांग्रेसियों को पता नहीं है कि देश की करोड़ों माताओं-बहनों का आशीर्वाद मोदी का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। 
                      उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बेंगलुरू - मैसूर एक्सप्रेसवे राष्ट्र को समर्पित करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुये कहा कि वर्ष 2014 से पहले कांग्रेस ने गरीब लोगों को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। कांग्रेस सरकार ने गरीब लोगों के पैसों को लूटा। पीएम ने कहा कि वर्ष 2014 में आपने मुझे वोट देकर सेवा का मौका दिया तो देश में गरीब का दुख दर्द समझने वाली संवेदनशील सरकार बनी। इसके बाद भाजपा की केंद्र सरकार ने पूरी ईमानदारी से गरीब की सेवा करने का प्रयास किया। गरीब के जीवन से मुश्किल कम करने का प्रयास किया। बीते नौ सालों में भाजपा सरकार की योजनाओं से करोड़ों गरीबों का जीवन आसान हुआ है। कांग्रेस की सरकार में गरीब को सुविधाओं के लिये सरकार के पास चक्कर लगाने पड़ते थे। अब भाजपा की सरकार गरीब के पास जाकर सुविधायें दे रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मांड्या में एक रोड शो किया , जिसमें भारी संख्या में लोग प्रधानमंत्री को देखने पहुंचे। उल्लेखनीय है कि 10 लेन वाले और 118 किमी लंबे बेंगलुरु मैसूर एक्सप्रेसवे को लगभग 8480 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह बेंगलुरु और मैसूर के बीच यात्रा के समय को तीन घंटे से घटाकर लगभग पचहत्तर मिनट कर देगा।बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे एनएच-275 का एक हिस्सा है। इसके तहत चार रेल ओवरब्रिज , नौ बड़े और 40 छोटे पुलों और 89 अंडरपास और ओवरपास का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य श्रीरंगपटना , कूर्ग , ऊटी और केरल जैसे क्षेत्रों में कनेक्टिवटी को बढ़ाना है , जिससे इन क्षेत्रों में पर्यटन क्षमता में वृद्धि होगी। 

संकल्प से सिद्धि का उदाहरण है 
आईआईटी धारवाड़ 

अपने कर्नाटक प्रवास के दौरान पीएम मोदी ने आईआईटी धारवाड़ का उद्घाटन करते हुये कहा कि यह संस्थान भाजपा के 'संकल्प से सिद्धि' का एक उदाहरण है। करीब चार साल पहले मैंने इस संस्थान की नींव रखी थी। कोविड के बावजूद आईआईटी को एक भविष्यवादी संस्थान के रूप में खड़ा किया गया है। नींव से लेकर उद्घाटन तक हम बड़ी तेजी से काम करते हैं। कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी को उस बयान का जिक्र किया जिसमें कांग्रेस नेता ने लंदन में भारत के लोकतंत्र को खतरे में बताया था। राहुल पर निशाना साधते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेशी धरती से भारत को बदनाम किया जा रहा है जो ठीक नहीं है। भारत के लोकतंत्र की जड़ें , हमारे सदियों के इतिहास से सींची गई हैं। दुनियां की कोई ताकत भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान नहीं पहुंचा सकती। वहीं विकास योजनाओं का जिक्र करते हुये पीएम मोदी ने कहा भाजपा की डबल इंजन की सरकार कर्नाटक के हर जिले , हर गांव , हर कस्बे के पूर्ण विकास के लिये ईमानदारी से प्रयास कर रही है। आज धारवाड़ की इस धरा पर विकास की एक नई धारा निकल रही है जो हुबली-धारवाड़ के साथ पूरे कर्नाटक के भविष्य को सींचने का काम करेगी। कर्नाटक प्रवास के दौरान पीएम ने हुबली-धारवाड़ में विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने यहां मैसूरु-खुशालनगर चार लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखी। कुल 92 किमी की इस परियोजना को करीब 4,130 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जायेगा। इस परियोजना से बेंगलुरु के साथ कुशलनगर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी और यात्रा का समय पांच घंटे से घटकर सिर्फ 2.5 घंटे रह जायेगा।वहीं प्रधानमंत्री ने श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनियां के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इस रिकॉर्ड को हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई है। करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से 1,507 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म बनाया गया है।