हिन्दू राष्ट्र निर्माण जगदीश्वर द्वारा संचालित अत: सफलता है सुनिश्चित - पुरी शंकराचार्य

हिन्दू राष्ट्र निर्माण जगदीश्वर द्वारा संचालित अत: सफलता है सुनिश्चित - पुरी शंकराचार्य
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायपुर -   भगवत्पाद आदि शंकराचार्य महाभाग द्वारा संस्थापित चार आम्नाय पीठों में से एक पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी के 145 वें श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य द्वारा सनातन संस्कृति संरक्षणार्थ संस्थापित संगठन धर्मसंघ पीठपरिषद् , आदित्यवाहिनी - आनन्दवाहिनी के छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा हिन्दू राष्ट्र निर्माण जन जागृति अभियान के अंतर्गत प्रथम दिवस शनिवार को कुमारेश्वर नाग शिवमंदिर आरंग एवं पुराना कचहरी कालेज रोड दैनिक भास्कर परिसर महासमुंद में हिन्दू राष्ट्र संगोष्ठी आयोजित हुई। वहीं द्वितीय दिवस रविवार को चंद्रिका शर्मा निवास राजिम तथा राधाकृष्ण मंदिर अभनपुर में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें समस्त हिन्दू परिवारों को सनातन मानबिन्दुओं की रक्षा के लिये तत्पर रहने की आवश्यकता प्रतिपादित की गई। राजिम की बैठक में आनन्द वाहिनी प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती सीमा तिवारी , आदित्य वाहिनी प्रदेशाध्यक्ष टीकाराम साहू , रूद्र महाराज , श्रीमती गौकृति तिवारी , अनीता दुबे , चंद्रिका प्रसाद शर्मा , विद्या तिवारी , कमलकांत शर्मा , संगीता शर्मा , माधुरी शर्मा , संजय शर्मा , प्रेमलता शर्मा , विनीता शर्मा  , राधिका शर्मा , दिनेश शर्मा , संगीता दुबे , मनहरण शर्मा , सनत शर्मा और सुरभि शर्मा तथा अभनपुर की बैठक में सीमा तिवारी , टीकाराम साहू , गौकृति तिवारी , सनत शर्मा , लखन लाल सिन्हा , भोला प्रसाद पाण्डेय , तुलसी राम साहू , तुषार पाण्डेय , मनु तिवारी , ऊषा गुप्ता , निर्मला दुबे , आशा तिवारी , गंगा गुप्ता व मंजू गुप्ता उपस्थित रहे। गौरतलब है कि पुरी शंकराचार्य जी अपने राष्ट्रोत्कर्ष अभियान में कहते हैं कि वर्तमान राकेट , मोबाइल एवं कम्प्यूटर युग में भी हमारी सनातन परम्परा के अनुरूप शिक्षा , चिकित्सा आवास , यातायात , उत्सव - त्योहार कृषि , विवाह आदि पद्धति सर्वोत्कृष्ट होने के साथ ही आज भी प्रासंगिक है। समाज में व्याप्त विकृतियों का निराकरण  सनातन परम्पराओं के परिपालन में ही सम्भव है। शंकराचार्यजी से प्राप्त सूत्र एवं संदेश जैसे प्रति हिन्दू परिवार प्रति दिन एक रुपया तथा एक घंटा अपने अपने क्षेत्र को सुबुद्ध , स्वावलम्बी , समृद्ध बनाने में योगदान देना है। हमारे धार्मिक दुर्ग
मठ - मन्दिरों को सुदृढ़ कर उसको शिक्षा , रक्षा , शील , शुचिता, स्वाध्याय का केन्द्र बनायें। प्रत्येक सनातनी को अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा जागृत करने हेतु प्रति दिन कम से कम 75 मिनट भगवत भजन, संकीर्तन, आराधना करना चाहिये। साथ ही हिन्दू राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ हनुमत् आराधना , विष्णु सहस्त्रनाम , रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिये। आगामी नवरात्रि के अवसर पर उक्त संकल्प के परिपालन में माँ आदिशक्ति की आराधना के साथ सभी दुर्गा पण्डालों में विभिन्न सेवा प्रकल्पों का आयोजन  संगठन के बैनर के साथ होना चाहिये तथा सामूहिक कन्या पूजन , भोजन का आयोजन भी सुनिश्चित होना चाहिये। पुरी शंकराचार्यजी वर्तमान में अपनी राष्ट्रोत्कर्ष अभियान अंतर्गत वृंदावन प्रवास पर है उन्होंने हिन्दू राष्ट्र निर्माण अभियान के संबंध में उद्घृत किया है कि यह अभियान ना हमारा है और ना ही आपका है , यह अभियान जगदीश्वर का है, उनके द्वारा ही संचालित है अत: सफलता सुनिश्चित ही है।